नई दिल्ली/पटना: पीएम
नरेंद्र मोदी तथा
नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को के बीच सीमा पार यात्री ट्रेन सेवाओं को झंडी दिखाकर रवाना किया
जयनगर भारत में और नेपाल में कुर्था वीडियोकांफ्रेंसिंग के माध्यम से। ट्रेन 150 यात्रियों के साथ रवाना हुई, जिनमें रेलवे अधिकारियों की एक टीम के अलावा ज्यादातर भारत और नेपाल के गणमान्य व्यक्ति थे।
इसके साथ, भारत और नेपाल के पास अब सड़क, हवाई और रेल संपर्क है। मोदी ने कहा कि वह और उनके समकक्ष व्यापार और सीमा पार संपर्क पहल को हर तरह से प्राथमिकता देने पर सहमत हुए हैं। जयनगर-कुर्था रेल लाइन की शुरुआत इसी पहल का हिस्सा है। इस तरह की योजनाएं दोनों देशों के बीच लोगों के सुचारू, परेशानी मुक्त आदान-प्रदान में एक बड़ा योगदान देंगी।
जयनगर और कुर्था के बीच ट्रेन सेवा रविवार से आम लोगों के लिए खुली रहेगी। यात्रा के लिए यात्रियों को एक फोटो पहचान पत्र की आवश्यकता होगी। यात्री ट्रेनें एक घंटे में 34.5 किमी लंबे जयनगर-कुर्थ खंड को कवर करेंगी। इसमें आठ स्टेशन हैं।
बिहार के मधुबनी जिले के जयनगर से शुरू होने वाली परियोजना का खंड बिजलपुरा तक बढ़ाया जाएगा, जो कुर्था से 17 किमी और फिर बर्दीबास तक है। भारत ने इस परियोजना को 787 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से वित्त पोषित किया है। अब तक लोग बिहार के जयनगर तक ट्रेन से जा सकते थे। नेपाल के लिए एक और निकटतम रेल लिंक है
गोरखपुर ऊपर में।
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